आज यानी 1अगस्त 2025 को दिल्ली के CGO Complex और Jantar Mantar पर SSC उम्मीदवारों और कोचिंग शिक्षकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। वजह है SSC Selection Post Phase-13 परीक्षा में भारी गड़बड़ियां – जैसे सर्वर क्रैश, गलत रिजल्ट, और अयोग्य घोषित करना। छात्रों का कहना है कि मेहनत के बाद भी सिस्टम की गलती से उनका भविष्य दांव पर लग गया है। सोशल मीडिया पर #SSCMisManagement ट्रेंड कर रहा है और छात्र पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं। कई कोचिंग संस्थानों ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया है। अब सभी की निगाहें SSC के जवाब और सुधारात्मक कार्रवाई पर हैं।
SSC Protest Today: क्या है पूरा मामला?
SSC (Staff Selection Commission) के Selection Post Phase-13 परीक्षा में गड़बड़ियों को लेकर छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है। कई अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि परीक्षा के दौरान server crash, गलत answer key, और evaluation में transparency की कमी देखी गई। कुछ छात्रों के रिजल्ट गायब थे, तो कई को बिना कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया। ये सब समस्याएं 1 अगस्त 2025 से सामने आने लगीं और सोशल मीडिया पर #SSCMisManagement ट्रेंड करने लगा। इसके बाद छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर 2 अगस्त को दिल्ली के CGO Complex और Jantar Mantar पर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों की मांग है कि Phase-13 परीक्षा की जांच हो और सही तरीके से परिणाम जारी किए जाएं।
Selection Post Phase-13 में क्या गड़बड़ियां हुईं?
SSC की Selection Post Phase-13 परीक्षा में कई तकनीकी और प्रशासनिक खामियाँ सामने आई हैं, जिससे हजारों उम्मीदवार प्रभावित हुए हैं। सबसे बड़ी समस्या परीक्षा के दौरान बार-बार server crash होना रही, जिससे छात्रों को परीक्षा अधूरी छोड़नी पड़ी।
इसके अलावा, Answer Key में गलतियां, रिजल्ट में गड़बड़ी, और अयोग्य घोषित करने में पारदर्शिता की कमी जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। कुछ छात्रों का डेटा वेबसाइट से गायब हो गया, जबकि कई ने शिकायत की कि उनकी स्कोरिंग प्रणाली सही नहीं है।
कई उम्मीदवारों को cut-off criteria के बारे में जानकारी ही नहीं दी गई, जिससे merit लिस्ट पर भी सवाल उठे। इसी वजह से छात्रों ने #SSCMisManagement के तहत विरोध शुरू किया और दोबारा मूल्यांकन की मांग की।
छात्रों और शिक्षकों की क्या मांग है?
SSC Phase-13 में हुई गड़बड़ियों को लेकर छात्र और शिक्षक पारदर्शिता (transparency), निष्पक्ष जांच (fair investigation) और पुनर्मूल्यांकन (re-evaluation) की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि तकनीकी खामियों और गलत रिजल्ट्स ने योग्य उम्मीदवारों का भविष्य खराब कर दिया है। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि SSC #SSCMisManagement मामले में जवाबदेही तय करे (ensure accountability) और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
यह भी पढ़ें : Computer Chhatra Labh Yojana 2025: कंप्यूटर जानने वाले छात्रों को ₹60,000 की मदद, 31 अगस्त तक करें आवेदन
प्रदर्शन में शामिल छात्रों की प्रतिक्रिया
SSC Selection Post Phase-13 में हुई गड़बड़ियों से नाराज छात्रों ने कहा कि उनकी मेहनत को सिस्टम ने नजरअंदाज किया। प्रदर्शन में शामिल एक छात्र ने कहा, “हमने महीनों तैयारी की, लेकिन गलत मूल्यांकन और तकनीकी खराबियों ने हमारा भविष्य छीन लिया।” कई छात्रों ने SSC पर जवाबदेही तय करने की मांग की। सोशल मीडिया पर भी छात्र लगातार #SSCMisManagement, #JusticeForSSCStudents जैसे हैशटैग के ज़रिए अपनी बात रख रहे हैं। छात्रों की एक ही मांग है—पारदर्शिता, दोबारा मूल्यांकन और जवाबदेही। यह आंदोलन अब सिर्फ परीक्षा की नहीं, बल्कि सिस्टम की साख का सवाल बन गया है।
SSC की तरफ से अब तक क्या प्रतिक्रिया आई?
अब तक SSC ने Selection Post Phase-13 विवाद पर कोई विस्तृत प्रेस नोट जारी नहीं किया है। आयोग ने केवल इतना कहा है कि "कुछ तकनीकी समस्याएं सामने आई हैं, जिनकी समीक्षा की जा रही है।" छात्रों और शिक्षकों को अब भी पारदर्शी जांच और स्पष्टीकरण का इंतज़ार है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि SSC मुद्दों को नजरअंदाज कर रहा है। सोशल मीडिया पर SSC की चुप्पी को लेकर भी भारी नाराजगी है। #SSCMisManagement ट्रेंड के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे छात्रों का भरोसा डगमगाता दिख रहा है।
निष्कर्ष: छात्रों को चाहिए न्याय
SSC Selection Post Phase-13 परीक्षा में हुई गड़बड़ियों ने हजारों छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़ा कर दिया है। तकनीकी खामियां, गलत मूल्यांकन और अस्पष्ट प्रक्रिया ने उम्मीदवारों का विश्वास तोड़ा है। छात्रों का स्पष्ट संदेश है कि उन्हें सिर्फ नौकरी नहीं, न्याय और पारदर्शिता (justice and transparency) चाहिए। SSC को चाहिए कि वह समय रहते स्पष्ट जांच, सही परिणाम, और उत्तरदायित्व तय करे, ताकि आगे की परीक्षाओं में ऐसा दोबारा न हो। सोशल मीडिया पर #SSCMisManagement ट्रेंड बताता है कि यह सिर्फ विरोध नहीं, एक सिस्टम सुधार की माँग है। अब समय है SSC को ईमानदारी से जवाब देने का।
0 Comments